सुप्रभात !
आशा है आप स्वस्थ व सुरक्षित होंगे।
पत्र लेखन
भाग दौड़ मोबाइल कम्प्यूटर की इस दुनिया में पत्र लेखन की कला कुछ खोती सी जा रही है ,ऐसा हमे कभी -कभी महसूस होता है। वास्तिवकता तो ये है कि पत्र लेखन एक कला है। वे स्थान जहाँ कम्प्यूटर ,
मोबाइल की सुविधा नहीं होती वहाँ पत्र लोगों को परिवार से जोड़ते हैं। वे पत्र की सहायता से ही परिवार तक अपनी कुशलता पहुंचाते हैं और उनकी कुशलता पाते हैं।
इस गीत से आप पत्र का महत्व समझ पायेंगे
https://youtu.be/BQBidc3eHPY
पत्र के प्रकार
१ ) औपचारिक
२ ) अनौपचारिक
औपचारिक पत्र उन्हें लिखे जाते हैं जिनसे हमारे व्यक्तिगत संबंध नहीं होते। पत्र के प्रकार -प्रार्थना पत्र ,व्यवसायिक पत्र ,शिकायत पत्र
निर्देश - बुधवार को रचना के आधार पर वाक्य के भेद की लघु परीक्षा होगी
अपना व परिवार का ध्यान रखें
आशा है आप स्वस्थ व सुरक्षित होंगे।
पत्र लेखन
भाग दौड़ मोबाइल कम्प्यूटर की इस दुनिया में पत्र लेखन की कला कुछ खोती सी जा रही है ,ऐसा हमे कभी -कभी महसूस होता है। वास्तिवकता तो ये है कि पत्र लेखन एक कला है। वे स्थान जहाँ कम्प्यूटर ,
मोबाइल की सुविधा नहीं होती वहाँ पत्र लोगों को परिवार से जोड़ते हैं। वे पत्र की सहायता से ही परिवार तक अपनी कुशलता पहुंचाते हैं और उनकी कुशलता पाते हैं।
इस गीत से आप पत्र का महत्व समझ पायेंगे
https://youtu.be/BQBidc3eHPY
पत्र के प्रकार
१ ) औपचारिक
२ ) अनौपचारिक
औपचारिक पत्र उन्हें लिखे जाते हैं जिनसे हमारे व्यक्तिगत संबंध नहीं होते। पत्र के प्रकार -प्रार्थना पत्र ,व्यवसायिक पत्र ,शिकायत पत्र
औपचारिक-पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें -
(i) औपचारिक-पत्र नियमों में बंधे हुए होते हैं।
(ii) इस प्रकार के पत्रों में भाषा का प्रयोग ध्यानपूर्वक किया जाता है। इसमें अनावश्यक बातों (कुशल-मंगल समाचार आदि) का उल्लेख नहीं किया जाता।
(iii) पत्र का आरंभ व अंत प्रभावशाली होना चाहिए।
(iv) पत्र की भाषा-सरल, लेख-स्पष्ट व सुंदर होना चाहिए।
(v) यदि आप कक्षा अथवा परीक्षा भवन से पत्र लिख रहे हैं, तो कक्षा अथवा परीक्षा भवन (अपने पता के स्थान पर) तथा क० ख० ग० (अपने नाम के स्थान पर) लिखना चाहिए।
(vi) पत्र पृष्ठ के बाई ओर से हाशिए (Margin Line) के साथ मिलाकर लिखें।
(vii) पत्र को एक पृष्ठ में ही लिखने का प्रयास करना चाहिए ताकि तारतम्यता/लयबद्धता बनी रहे।
(viii) प्रधानाचार्य को पत्र लिखते समय प्रेषक के स्थान पर को नाम, कक्षा व दिनांक लिखना चाहिएप्रधानाचार्य को लिखे गए प्रार्थना-पत्र का प्रारूप-
सेवा में,
प्रधानाचार्य,
विद्यालय का नाम व पता………….
(i) औपचारिक-पत्र नियमों में बंधे हुए होते हैं।
(ii) इस प्रकार के पत्रों में भाषा का प्रयोग ध्यानपूर्वक किया जाता है। इसमें अनावश्यक बातों (कुशल-मंगल समाचार आदि) का उल्लेख नहीं किया जाता।
(iii) पत्र का आरंभ व अंत प्रभावशाली होना चाहिए।
(iv) पत्र की भाषा-सरल, लेख-स्पष्ट व सुंदर होना चाहिए।
(v) यदि आप कक्षा अथवा परीक्षा भवन से पत्र लिख रहे हैं, तो कक्षा अथवा परीक्षा भवन (अपने पता के स्थान पर) तथा क० ख० ग० (अपने नाम के स्थान पर) लिखना चाहिए।
(vi) पत्र पृष्ठ के बाई ओर से हाशिए (Margin Line) के साथ मिलाकर लिखें।
(vii) पत्र को एक पृष्ठ में ही लिखने का प्रयास करना चाहिए ताकि तारतम्यता/लयबद्धता बनी रहे।
(viii) प्रधानाचार्य को पत्र लिखते समय प्रेषक के स्थान पर को नाम, कक्षा व दिनांक लिखना चाहिएप्रधानाचार्य को लिखे गए प्रार्थना-पत्र का प्रारूप-
सेवा में,
प्रधानाचार्य,
विद्यालय का नाम व पता………….
एक पंक्ति छोड़े
विषय- (पत्र लिखने के कारण)
विषय- (पत्र लिखने के कारण)
एक पंक्ति छोड़े
महोदय जी,
पहला अनुच्छेद ………………….
दूसरा अनुच्छेद ………………….
आपका आज्ञाकारी/आज्ञाकारिणी शिष्य/शिष्या,
क० ख० ग०
कक्षा………………….
महोदय जी,
पहला अनुच्छेद ………………….
दूसरा अनुच्छेद ………………….
आपका आज्ञाकारी/आज्ञाकारिणी शिष्य/शिष्या,
क० ख० ग०
कक्षा………………….
दिनांक
…………………
ऊपर दिया सभी कार्य व्याकरण में करें
गृह कार्य
ऊपर दिया सभी कार्य व्याकरण में करें
गृह कार्य
प्रश्न :दो दिन के अवकाश के लिए प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
परीक्षा भवन
क. ख. ग. केंद्र
दिनांक -११-०५-२०२०
सेवा में ,
प्रधानाचार्य
क. ख. ग. विद्यालय
प. फ.ब क्षेत्र
नई दिल्ली -११०००१
विषय – बहन की शादी के लिए अवकाश प्रदान हेतु प्रार्थना पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं अ.ब.स.आपके विद्यालय के कक्षा 10वीं का विद्यार्थी हूँ। मेरे घर में मेरी बहन की शादी है। जिसकी दिनांक 10/09/2018 और 11/09/2018 निश्चित हुई है, मैं अपने पिता का इकलौता पुत्र हूँ, अतः शादी में बहुत से कार्यों में मेरा होना अति आवश्यक है। इसी कारण मुझे 08/09/2018 से 12/09/2018 तक का अवकाश चाहिए।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मुझे अवकाश प्रदान करने की कृपा करें, इसके लिए मैं आपका आभारी रहूँगा ।महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं अ.ब.स.आपके विद्यालय के कक्षा 10वीं का विद्यार्थी हूँ। मेरे घर में मेरी बहन की शादी है। जिसकी दिनांक 10/09/2018 और 11/09/2018 निश्चित हुई है, मैं अपने पिता का इकलौता पुत्र हूँ, अतः शादी में बहुत से कार्यों में मेरा होना अति आवश्यक है। इसी कारण मुझे 08/09/2018 से 12/09/2018 तक का अवकाश चाहिए।
धन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी छात्र
अ.ब.स.
कक्षा -१०
दिनांक: १०.०५.२०२०
अपना व परिवार का ध्यान रखें