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कबीर
इनका जीवन काल १३९८ से १५१८ रहा
ये माना जाता है कि उनका जन्म काशी
में हुआ
वे गुरु रामानन्द के शिष्य थे
कबीर के दौर में राजनैतिक ,धार्मिक
और सामाजिक क्रान्तियाँ अपने चरम पर थीं
इसकी झलक उनके साहित्य में मिलती है
उनकी कविताओं में सामाजिक चेतना की
झलक मिलती है
उन्होंने बाह्याडंबरों (बाहरी दिखावे
)पर चोट की
कबीर के दोहे साखी कहलाते हैं क्योंकि
उनसे सीख मिलती है
कबीर की भाषा पूर्वी जनपद की भाषा है
उनकी भाषा में अवधी ,राजस्थानी ,पंजाबी
और भोजपुरी भाषा के शब्दों का समावेश है
इसलिए उनकी भाषा पंचमेल खिचड़ी कहलाती
है
साधु संगति के कारण उनकी भाषा सधुककड़ी
कहलाती है
कबीर का जीवन से आप सीख सकते हैं कि
ज्ञान पर सबका अधिकार है
आप जीवन के अनुभव से बहुत कुछ सीख सकते
हैं
इसकी सहायता से आप कबीर का परिचय समझ सकते है
कक्षा कार्य :
कबीर की भाषा की विशेषताएं लिखिए
कबीर के दोहों को साखी क्यों कहते है
?
इन आठ साखियों में कबीर ने नीतिपरकता
, प्रेम तथा भक्ति जैसी गूढ बातों को बड़ी ही सरलता से स्पष्ट किया है।
अब हम साखियों की व्याख्या पढेंगे व
समझेंगे।
ऐसी वाणी ________________________
सुख होइ।।
व्याख्या : प्रस्तुत दोहे में
कबीर जी ऐसी वाणी बोलने का आग्रह कर रहे हैं जो मन के अहंकार को दूर करती है , जो अपना
तन
तो शीतल रखती ही हो
, साथ ही दूसरों को भी सुख प्रदान करती हो। तात्पर्य यह है की हमारे तन को शीतलता
प्रदान करे
तथा सुनने वाले को भी मानसिक
सुख प्रदान करे।
- "बानी -बोलिये" में अनुप्रास
अलंकार है।
कस्तूरी कुंडली
________________________ नाहिं।।
व्याख्या: कबीरदास जी इस
दोहे के द्वारा ईश्वर की महत्ता स्पष्ट करते हुए कहते हैं की कस्तूरी
तो हिरन की नाभि में स्थित होती है , परन्तु वह उसे वन में ढूँढ़ता फिरता
है अथार्त वह अपने अंदर बसी कस्तूरी को नहीं पहचान पाता है यही स्तिथि मनुष्य की
भी है। ईश्वर तो प्रत्येक ह्रदय में निवास करता है और मनुष्य उसे
इधर-उधर ढूँढता फिरता है अथार्त मनुष्य अपने भीतर ईश्वर को न ढूँढ कर
उसे प्राप्त करने के लिए , स्थान-स्थान पर यानी धार्मिक स्थानों में भटकता रहता है।
" कस्तूरी-कुंडली",
"दुनिया-देखे" - में अनुप्रास अलंकार है।
"घटि -घटि " में पुनरुक्ति प्रकाश
अलंकार है।
जब में था ________________ माहि।।
व्याख्या: कबीरदास जी कहते हैं
कि जब तक मेरे अंदर अहंकार था , तब तक मुझे ईश्वर की प्राप्ति नहीं हुई
थी। अब जबकि मेरे अंदर का अहं मिट चुका है, तब मुझे ईश्वर की प्राप्ति
हो गयी है। जब मैंने ज्ञानरूपी दीपक के दर्शन कर लिए, तब अज्ञान रूपी
अंधकार मिट गया अर्थार्त अहं भाव को त्याग कर ही मनुष्य को ईश्वर की प्राप्ति
हो सकती है।
"हरि है", "दीपक
देख्या" में अनुप्रास अलंकार है।
"मै" शब्द अहं भाव के
लिए प्रयोग किया गया है।
कक्षा कार्य
साहित्य कॉपी में दोहो के साथ उसकी
व्याख्या लिखिए।
गृह कार्य
कबीर के अनुसार कैसी वाणी बोलनी चाहिए
और क्यों ?
कस्तूरी कहाँ बसती है ?
कबीर के अनुसार ईश्वर कहाँ निवास
करता है ?
किसी भी तरह की असुविधा होने पर संपर्क
करें।
कार्य पूरा होने पर कबीर के इस गीत
का आनंद उठाइये
घर पर रहें और सुरक्षित रहें।
Good morning ma'am
ReplyDeleteShaurya Shil
good morning shaurya
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteAyaan Edward, X-D
have a greatday ayaan
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteMadhur Basra
Good morning ma'am
ReplyDeleteEugene Samuel
good morningeugene
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteDivij Gogia
goodmorning divij
Deletegood morning boys
ReplyDeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteJoshua joseph
goodmorning joshua great
Deleteyes ma'am
DeleteGood morning, Ma'am.
ReplyDeleteAkshat Verma.
Good morning mam
ReplyDeleteARYA Veer Taneja
X B
Good Morning mam
ReplyDeleteOJAS GIROTRA
Good morning ma'am
ReplyDeleteSahej
Good morning ma’am
ReplyDeleteSwyam Kapoor
Good morning ma'am
ReplyDeleteBennett Joy
Good morning ma'am
ReplyDeleteHarsh Vardhan
Good morning ma’am
ReplyDeleteAryan Anand
Good morning Aryan
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteJoel Reji
good morning joel great
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteAnshumaan singh
good morning anshuman
DeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteGood morning ma'am
ReplyDeletesuprbhat shreyas
DeleteGood morning maam
ReplyDeleteJohnson joshua
Good morning ma’am
ReplyDeleteKshitij Jain
Good morning ma'am
ReplyDeleteAarohan Dayal X-A
Good morning ma'am
ReplyDeleteAbhay Goel X-A
Peter Biju
ReplyDeleteGood morning Ma'am-Albin Paulose X-A
ReplyDeleteGood morning maam
ReplyDeleteHemang Nagpal
10A
Good morning ma’am
ReplyDeleteChris
X-A
Dhruv Toppo X-A
ReplyDeleteGood Morning ma’am
ReplyDeleteDARSH KHANAGWAL
X-A
Good morning Mam
ReplyDeleteFrom Jeremiah Paul
Class X-A.
Good morning mam. Nihar 10A
ReplyDeleteGood morning ma'am
ReplyDeleteRyan Stephen 10A
Good morning ma'am
ReplyDeleteDhruv Vij
10A
Good morning ma'am
ReplyDeleteMadhav Sachdeva
X-A
Good Morning Ma'am,
ReplyDeleteSidharth Jain
X-A
Gd
ReplyDeleteGood morning maam
ReplyDeleteAnuj Xavier
X-A
Good morning ma'am
ReplyDeleteSHAAN DEEP YADAV
10-A
Good Morning ma'am
ReplyDeleteMohd. Areeb Alam
X- A
Good morning ma'am
ReplyDeleteKairav
10 A
God morning maam
ReplyDeleteBrian Peter Massey
X-A
Good morning ma'am
ReplyDelete-Geet X-A
Good morning, ma'am
ReplyDeleteIshaan Shah X-A
Good morning ma'am
ReplyDelete-Rishit Shrivastwa
Good morning ma'am
ReplyDeleteGarvit
good morning ma'am
ReplyDelete-Artham