डायरी का एक पन्ना -३
आशा है आप स्वस्थ्य होंगे !
अभी तक हम
२६ जनवरी १९३१ के महत्व, आयोजन और स्वन्त्रता
सेनानियों के संघर्ष के बारे में पढ़ चुके हैं
आज हम यह जानेंगे:
महिलाएं समाज का महत्वपूर्ण अंग हैं, कोई भी कार्य
उनके सहयोग के बिना सम्भव नहीं हैं
२६ जनवरी १९३१ में महिलाओं का योगदान
मारवाड़ी बालिका
विद्यालय ने झंडोत्सव मनाया
जानकीदेवी,
मदालसा ने झंडोत्सव का महत्व समझाया
सुभाषबाबू
के जलूस में स्त्रियों ने कंधे से कन्धा मिला कर कार्य किया
१-स्त्री
समाज ने जलूस निकाला
वे मोन्यूमेंट
के निकट पहुँचने की कोशिश कर रहीं थी
क्षितिज चटर्जी
के घायल होने पर स्त्रियों ने मोनुमेंट की सीढ़ियों पर झंडा फहराया और घोषणा पढ़ी
पुलिस ने
सुभाषबाबू को पकड़ लिया उन्हें लाल बाजार के
लॉकअप में भेज दिया
स्त्रियों
का जलूस लाल बाजार की ओर निकला
भीड़ पर डंडे
बरसाए गए कई लोग घायल हुए
धर्मतल्ले के मोड़ पर जलूस बिखर गया
विमलप्रतिभा जिस दल का नेतृत्व कर रहीं थीं उसे बहू बाजार के
मोड़ पर रोक दिया
मदालसा को
भी गिरफ्तार किया गया
१०५ स्त्रियाँ
गिरफ़्तार हुई
वृजलाल गोयंका
इन्हे पहले
मोनुमेंट के पास गिरफ़्तार किया गया फिर छोड़ दिया गया
वे २०० लोगों
का दल लेकर लालबाजार आये जहाँ उन्हें गिरफ़्तार
किया गया
डॉक्टर दासगुप्ता
कांग्रेस
ऑफिस से घायल लोगों के बारे में सूचना आने पर डॉक्टर दासगुप्ता व जानकीदेवी खादी
भंडार गए
उन्होंने
सबका उपचार किया और तस्वीरें खींची ताकि भारतवासियो के सामने अंग्रेजों की सही तस्वीर
प्रस्तुत कर सके
२०० लोग घायल
हुए ,१०५ महिलाएं गिरफ्तार हुई, आज जो कुछ हुआ वह अपूर्व था
कक्षा कार्य
लिखित (क)
प्र: ४, ५
गृह कार्य लिखित : (ख) प्र: १ ,२
मेरे लाड़लो
साथ के साथ साहित्य में काम करें लगातार काम करने वालों को सफलता मिलती है
किसी भी तरह
की असुविधा होने पर संपर्क करे।
खुश रहें सुरक्षित रहें
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